
http://bageshwar-dham-sarkar-chhatarpurजय बालाजी महाराज…जय बागेश्वर धाम….
स्वर्ग में भगवान् भी उनका अभिनंदन करते हैं जो हर पल बजरंगबली का वंदन करते हैं..।
बालाजी महाराज के आशीर्वाद से महाराज श्री बागेश्वर धाम सरकार की प्रसिद्धी की गवाही तो उनकी कथाओं और उनके दरबारों में लगने वाली श्रद्धालुओं भारी भीड़ देती है। महाराज श्री के दर्शन और उनकी एक झलक पाने के लिए दूर -दूर से श्रद्धालुगण देशभर में हो रही इनकी कथाओं में पहुंचते हैं और उनकी दिव्यवाणी का श्रवण करते हैं। आप घर बैठे भी कथा का श्रवन कर सकते है| Live कथा क श्रवन करने के लिये आप इनके official Bageshwar Dham Sarkar Youtube चैनल को fallow कर सकते है|
करीब 300 साल पहले जिस जन कल्याण और जनसेवा की परंपरा को सन्यासी बाबा ने शुरु किया था| अब इसी परंपरा को और आगे बढ़ा रहे हैं बालाजी महाराज के कृपा पात्र, श्री दादा गुरुजी महाराज के उत्तराधिकारी पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी| जिसे पूरी दुनिया बागेश्वर धाम सरकार के नाम से संबोधत करती है। आपने भक्तों का कष्ट हरने के लिये भगवान खुद इस धरती पर नहीं विराजते बल्कि अपने किसी दूत को भेजते हैं। बागेश्वर धाम सरकार, बालाजी के वो भक्त हैं जिन पर उनकी असीम कृपा है। जो भी बालाजी महाराज की शरण में अपनी मनोकामना लेकर आता है, बालाजी महाराज अपने परम भक्त बागेश्वर धाम सरकार के माध्यम से उसकी मनोकामना को पूर्ण करवाते हैं।
4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में सरयूपारीय ब्रह्मण परिवार में पिता श्री रामकृपाल जी महाराज और भक्तिमति माता सरोज के परिवार में जन्मे पूज्य गुरुदेव का बचपन गरीबी और तंगहाली में बीता। कर्मकांडी ब्रह्मण का परिवार था| जो पूजा पाठ में जो दक्षिणा मिल जाती उसी से उनका का परिवार चलता। ऐसे में पूज्य महाराज श्री को अपनी शिक्षा भी अधूरे मे हि छोड़नी पड़ी। तीन भाई-बहन में सबसे बड़े गुरुदेव का पूरा बचपन अपने परिवार के भरण-पोषण की व्यवस्था करने में ही गुज़र गया।
लेकिन एक दिन बालाजी महाराज की आज्ञा और कृपा से उन्हें उनके दादा जी श्री श्री 1008 दादा गुरु जी महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ| और दादा गुरु के आशिर्वाद और आदेश से महाराज श्री बालाजी महाराज की सेवा में जुट गए। सन्यासी बाबा और इस धाम की महिमा को दुनिया भर में फैलाया और आज इसका नतीजा है धाम पर हर मंगलवार और शनिवार को पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ होति है।
जनकल्याण और समाज कल्याण के कार्यों के क्रम में जिस तरह से मानव जाति का कल्याण होता आया है, इसके लिए युगों युगों तक गुरुदेव के संकल्प और उनकी कीर्ति याद रखी जाएगी। अपने लिए ना जी कर दूसरों के लिए जीये, दूसरों के लिए कुछ करने के संकल्प के साथ अपना पूरा समय मानवता की सेवा में दे, ऐसे महापुरुष संत को कोटि-कोटि नमन |
Bageshwar Dham Yantra

आप खूब मेहनत करते हैं लेकिन आपकी गरीबी दूर नहीं हो रही है। दरिद्रता ने आपकी कमर तोड़ रखी है। अब आपकी दरिद्रता दूर होगी श्री बागेश्वर सरकार के महाप्रसाद से…
यह एक ऐसा श्री श्री यंत्रम् जिसमें मां लक्ष्मी की कृपा और दिव्यता का अलौकिक वरदान समाहित है लेकिन ये मौका पूरे भारतवर्ष के केवल 15 हजार लोगों को ही मिलेगा। 15 हजार भाग्यशाली भक्तों के घर में अभिमंत्रित, वैदिक ब्राह्मणों द्वारा विधिपूर्वक पूजन करवाकर सिद्ध किया हुआ श्री श्री लक्ष्मी यंत्रम् स्थापित करवाया जाएगा। अगर आप भी अभिमंत्रित श्री श्री लक्ष्मी यंत्रम प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए दिये गये Mobile No. मे संपर्क करे|
श्री श्री लक्ष्मी यंत्रम् सिर्फ बागेश्वर धाम से ही मिलेगा। इसकी कहीं और कोई शाखा नहीं है। इस संबंध में किसी अन्य संस्था या व्यक्ति के दावों से सावधान रहें। गलत लोगों की बातों में आकर कोई श्रद्धालु ठगा न जाए इसलिए इस सूचना को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। बगेश्वर धाम कि नकली Website से सावधान रहे| नकली Website जनने के लिये click करे|
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पूज्य गुरुदेव के संकल्प
बागेश्वर धाम के पीठाधीश पूज्य श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के संकल्पों ने समाज कल्याण की एक अलग परिभाषा गढ़ी है। महाराज जी के संकल्पों का जीता जागता उदाहरण – धाम परिसर में चल रही अन्नपूर्णा रसोई, धाम की चढ़ोत्री से प्रतिवर्ष गरीब परिवारो कि बेटियों का विवाह, वैदिक शिक्षा के लिए धाम परिसर में गुरुकुल, पर्यावरण संरक्षण के लिए देशभर में बागेश्वर बगिया, गौरक्षा के लिए मिशन – गौशाला नहीं उपाय, एक हिन्दू एक गाय और बेसहारा बच्चों के लिए रहने खाने से लेकर शिक्षा की व्यवस्था करना| बाबा जी के इन नेक संकल्पों में अब देश-विदेश के श्रद्धालु जुड़ते जा रहे हैं।
आप भी गुरुदेव के संकल्पों से जुड़ें और सनातन धर्म की रक्षा एवं मानव सेवा में सहयोग कर पूण्य के भागी बनें वा जीवन को सफ़ल बनाये|
पूज्य गुरुदेव की सेवऒ के बरे मे
1.गौ रक्षा

हमारे भारत देश में गाय को माता की तरह पूजा जाता है और इसका मान दुनियाभर के हिन्दू करे इसके लिए पूज्य गुरुदेव ने नारा दिया है – “गौशाला नहीं उपाय, एक हिन्दू एक गाय”। गुरुदेव का मानना है कि अगर आप एक गाय नहीं भी रख सकते हैं तो अगर आपके आसपास कोई गरीब गाय पाल रहा है तो आप हर महीने उसे ही कुछ धनराशि दे दें ताकि वह गरीब गाय को भरण – पोषण कर सके और उस गाय से जो दूध हो उससे अपने परिवार का भरण – पोषण कर पाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी गौ रक्ष योजना कि शुरुआत कि है जिसमे एक गाय को पालने के लिये प्रति मह 1000 रुपये कि सहायता राशि दी जाति है|
अन्नपूर्णा रसोई
पूज्य महाराजश्री का संकल्प है कि धाम पर आने वाला कोई भी शख्स भूखा ना रहे, इसलिए धाम में अन्नपूर्णा रसोई की शुरुआत की गई, जहां हर रोज हजारों और मंगलवार-शनिवार को तो लाखों लोगों के लिए नि:शुल्क भोजन प्रसाद की व्यवस्था की जाती है। खास बात तो ये हैं कि अन्नपूर्णा रसोई की सारी व्यवस्था धाम पर आने वाली चढोत्री के आधे हिस्से और दान की राशि से की जाती है।

गरीब और बेसहारा कन्याओं का विवाह

पूज्य गुरुदेव हमेशा कहते हैं कि जिनका कोई नहीं उनके लिए बागेश्वर बालाजी महाराज हैं। आज बागेश्वर धाम की तरफ से प्रतिवर्ष कई गरीब और बेसहारा कन्याओं का विवाह पूरे रीति-रिवाज के साथ करवाया जाता है। साथ ही धाम की तरफ से बेटी को गृहस्थी में उपयोग होने वाला हर सामान उपहार स्वरुप दिया जाता है।
बागेश्वर बागीचा
दुनियाभर में इन दिनों पर्यावरण की रक्षा के लिए कई जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। यहां तक की कोरोना के समय देश में ऑक्सीजन को लेकर जो त्रासदी मची उसे भी झेला। पर्यावरण में ऑक्सीजन रहे उसके लिए पेड़ों का संरक्षण जरुरी है। तभी तो महाराजश्री ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया और देशभर में बागेश्वर बागीचा बनाने का फैसला किया। मध्य प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में कई बागेश्वर बागीचा का निर्माण भी किया जा चुका है।

वैदिक गुरुकुल

पूज्य गुरुदेव की सोच है कि भारतीय संस्कृति और संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार दुनियाभर में हो। बागेश्वर धाम के प्रांगण में एक वैदिक गुरुकुल की स्थापना की जा रही है, जहां बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ साथ वेदों का भी ज्ञान दिया जाएगा।
आगामी कार्यक्रम
श्रीराम कथा: दिनांक :- 24 से 01 जनवरी 2023 स्थान :- दमोह, मध्य प्रदेश लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्रीमद्भागवत कथा: दिनांक :- 5 से 13 जनवरी 2023 स्थान :- नागपुर, महाराष्ट्र लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्रीराम कथा: दिनांक :- 17 से 25 जनवरी 2023 स्थान :- रायपुर, छत्तीसगढ़ लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्रीराम कथा: दिनांक :- 13 फरवरी से 18 फरवरी 2023 स्थान :- आश्रम, मध्य प्रदेश लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्रीराम कथा: दिनांक :- 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 स्थान :- टीकमगढ़, मध्य प्रदेश लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार
श्रीराम कथा: दिनांक :- 4 से 12 अप्रैल 2023 स्थान :- विदिशा, मध्य प्रदेश लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्रीमद्भागवत कथा: दिनांक :- 20 से 26 अप्रैल 2023 स्थान :- सागर, मध्य प्रदेश लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्रीमद्भागवत कथा: दिनांक :- 4 से 10 मई 2023 स्थान :- , मध्य प्रदेश लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्रीमद्भागवत कथा: दिनांक :- 25 से 31 मई 2023 स्थान :- खेराना, सागर, मध्य प्रदेश लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल……
श्री राम कथा: दिनांक :- 8 से 17 जुलाई 2023 स्थान :- पेरिस, फ्रांस लाइव कथा:-संस्कार चैनल एवं बागेश्वर धाम सरकार यूट्यूब चैनल.…..
कैसे मिलेगा बागेश्वर धाम में टोकन?
बागेश्वर धाम में टोकन समय समय पर वितरित किए जाते हैं। इसके लिए आपको बागेश्वर धाम कमेटी से संपर्क करना होगा। इसके लिए एक तिथि निर्धारित की जाती है और तिथि से पहले बागेश्वर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सूचित किया जाता है कि इस तारीख को टोकन डाले जाएंगे। इसके लिए परिसर में एक पेटी रखी होती है, जिसमें आपको अपना नाम, पिता का नाम ,अपने गांव, जिला, राज्य का नाम पिन कोट के साथ लिखना होता है और साथ ही अपना मोबाइल नंबर लिखकर डालना होता है। टोकन डालने के बाद जिस व्यक्ति का नंबर लगता है उस व्यक्ति से बागेश्वर धाम कमेटी मोबाइल नंबर के माध्यम से संपर्क करती है और उसे टोकन दे दिया जाता है। इस टोकन में आपको एक तारीख मिलती है औऱ उस दिन ही बागेश्वर बालाजी महाराज के दरबार में आपको हाज़री लगानी होती है।
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगती है?
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने की प्रक्रिया बेहद सरल है। करना भी इतना होता है कि आप जब धाम पर आते हैं तो आपको लाल कपड़े में एक नारियल बांध कर धाम परिसर में रखना होता है। हालांकि यहां आप लाल, पीले और काले कपड़े में बंधा नारियल देखेंगे। इसके पीछे की वजह ये है कि अगर आपकी अर्जी सामान्य है तो और लाल कपड़े में नारियल बांधे, अगर शादी-विवाह से जुड़ी अर्जी है तो नारियल को पीले कपड़े में बांधे और अगर अर्जी प्रेत बाधा से जुड़ी है तो नारियल को काले कपड़े में बांधे।
कई बार अपनी कथाओं में भी पूज्य गुरुदेव कहते हैं कि अगर आप धाम आकर ऐसा नहीं कर सकते तो अपने घर में स्थित पूजा स्थल पर आप ऐसा कर सकते हैं। बागेश्वर बालाजी महाराज आपकी अर्जी को अवश्य सुनेंगे।
कब डाले जाते हैं टोकन?
टोकन कब डलेंगे, उस दिन का निर्धारण खुद पूज्य गुरुदेव करते हैं। जब तिथि तय हो जाता है तो सोशल मीडिया द्वारा या फिर गुरुदेव के दिव्य दरबार के आखिर में इसकी सूचना दे दी जाती है। टोकन लेने के लिए जिस पर्ची को भक्त जमा करता है, उनमें से कुछ पर्चियों को छांट कर फोन के माध्यम से भक्तों से संपर्क किया जाता है। इसका मतलब ये होता है कि बालाजी महाराज की इच्छा और आशीर्वाद से आपका नंबर आ जाता है
कितनी पेशी जरूरी है ?
बंधुओं, दरबार में जब आप की अर्जी लग जाती है तो दिव्य दरबार में पूज्य गुरुदेव खुद बता देते हैं कि कितनी पेशी आपको करनी है। वैसे तो कम से कम 5 मंगलवार की पेशी हर भक्त को करने का आदेश आता है। आप भक्तगण इससे अधिक पेशी भी कर सकते हैं और हां जब तक आपकी पेशी पूरी नहीं हो जाती, तब तक मदिरा, मांस, लहसुन और प्याज का सेवन पूरी तरह से वर्जित रखना होता है।
संपर्क करें
बागेश्वर धाम
ग्राम – गढ़ा, पोस्ट – गंज, जिला – छतरपुर
मध्य प्रदेश, पिन – 471105
Website: bageshwardham.co.in
Bageshwar Dham Contact No – 8982862921 / 8120592371
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